If they were not 5 heroes, then Bhojpuri film industry would have ended!
ये 5 हीरो नही होते तो ख़त्म हो गई होती भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री!
आज आप और हम जिस भोजपुरी इंडस्ट्री को देख रहें है उसका नाम पूरी दुनिया में है | दुनिया के हर कोने में आपको भोजपुरी फिल्मों और गानों के शौक़ीन लोग देखने को मिल जायेंगे | आज करीब 1000 करोड़ की इंडस्ट्री को हम सब जानते है, क्या आपकों पता है उस भोजपुरी इंडस्ट्री को ये पहचान किसने दिलवाई ? अगर नही तो आज बात उनकी ही करते है, और जानते है की भोजपुरी फिल्मों को इस मुकाम पर पहुचाने में किन लोगो का योगदान अतुलनिये है और क्यों ?
1. मनोज तिवारी
ऊपर दिए गये तिन नाम में से एक नाम को आप सब जानते होंगे लेकिन आज बात करते है इन बाकि दो नामों की | पहला नाम है, सुधाकर पांडे का | सुधाकर पांडे फिल्म ससुरा बड़ा पैसा वाला के निर्माता थे | दूसरा नाम है, अजय सिन्हा का | अजय सिन्हा इसी फिल्म के निर्देशक थे | अब आपकों बताता हूँ की भोजपुरी इंडस्ट्री के नवीकरण में इन दो हस्तियों का योगदान कैसे है |
फिल्म सुसरा बड़ा पैसा वाला के पहले कोई ऐसा निर्माता नही था जो भोजपुरी फिल्म बनाने की हिम्मत रखता हो, और| वो इसलिए की 2004 के पहले भोजपुरी फिल्मों को देखने वाले दर्शको की संख्या ना के बराबर थी | तब वो सुधाकर पांडे ही थे जिन्होंने करीब 30 लाख रुपया लगाकर इस भोजपुरी फिल्म को बनाने का बीरा उठाया जो तब बहुत कठिन काम था |
अब बात करते है अजय सिन्हा की, अजय सिन्हा तब बॉलीवुड में कुछ छोटी – मोटी फिल्मों में सह – निर्देशक, और सह – लेखक जैसे काम कर के अपने फ़िल्मी जीवन को पटरी पर लाने का प्रयास कर रहें थे | तभी उनकी मुलाकात हुई सुधाकर पांडे से जो एक भोजपुरी फिल्म बनाना चाह रहें थे | और तब बॉलीवुड से बड़ा नाम कमाने का सपना देखने वाले अजय सिन्हा किसी छोटे बजट के भोजपुरी फिल्म को निर्देशित कर अपना नाम ख़राब नही करना चाहते थे, तो उन्होंने फिल्म के लिए मना कर दिया | लेकिन बाद में मनोज तिवारी से मिलने के बाद अजय सिन्हा ने अपने लोगो और अपनी भाषा की उन्नति के लिए फिल्म के लिए हामी भर दी | तो इस तरह शुरू हुआ था नवीन भोजपुरी फिल्म युग का सफ़र |
2. रवि किशन –
जब 30 लाख की लागत से बनी फिल्म ससुरा बड़ा पैसा वाला ने 9 करोड़ की कमाई की तो सारे निर्माता और निर्देशक जो बॉलीवुड में छोटे बजट की फिल्म बना कर अपना गुजरा कर रहे थे अचानक भोजपुरी फिल्म बनाने की होड़ में लग गए | हालांकि मनोज तिवारी ने हाल ही में एक फिल्म पूरी की थी इसलिए वो इतनी जल्दी कोई दूसरी फिल्म करने के मूड में नही थे, तब मोहन जी प्रसाद को रवि किशन का ख्याल आया | फिर क्या था दोनों ने मिल कर फिल्म ‘सैया हमार’ बनाई जो सफल रही और रवि किशन की गाड़ी चल निकली | और रवि किशन के रूप में भोजपुरी इंडस्ट्री को नया और जुझारू अभिनेता मिल गया |
3. दिनेश लाल यादव –
हालांकि दिनेश के आने तक भोजपुरी इंडस्ट्री काफी हद तक अपनी जड़े जमा चुकी थी | पर लोग बार – बार सिर्फ मनोज तिवारी और रवि किशन की फिल्में देख कर ऊब गये थे, अब उन्हें किसी नए और जोशीले अभिनेता की तलाश थी | और उनकी तलाश ख़त्म हुई दिनेश लाल यादव निरहुआ के रूप में | फिल्मों में आने से पहले दिनेश लाल अपने म्यूजिक एलबम ‘निरहुआ सटल रहें’ से लोगो की नजर में आ चुके थे | और अपनी पहली फिल्म चलत मुसाफिर मोह लियो रे से ये दिखा दिया की उनमें अभिनय के भी तमाम गुण मौजूद है | और फिर आई उनकी फिल्म ‘निरहुआ रिक्शावाला’ तब यह भोजपुरी की पहली फिल्म बनी जिसका टिकट लोगो ने ब्लैक में ख़रीदा था |
4. पवन सिंह –
फिल्मों में आने से पहले पवन सिंह एक सुपर स्टार गायक थे | ये वो दौर था जब उनका म्यूजिक एलबम जालीदार कुर्ती और लोलीपोप लागेलु पुरे देश – विदेश में सुना जा रहा था | और अपने गानों की वजह से पूरी दुनिया में मशहूर पवन जब भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बने तो लोगो ने पुरे देश में उनके गानों की तरह उनके फिल्मों को भी सराहा और पवन देखते ही देखते भोजपुरी इंडस्ट्री के सबसे व्यस्त अभिनेता बन गये |
5. खेसारी लाल यादव –
पवन सिंह की तरह ही खेसारी लाल यादव फिल्मों में आने से पहले एक सुपर हिट गायक थे और उनके गाने भी पुरे देश में हिट थे | तब निर्माता – निर्देशक खेसारी लाल यादव की इस लोकप्रियता को भुनाना चाहते थे इसलिए उन्होंने अभिनय में कच्चे खेसारी से भी एक्टिंग करवा डाली | हिट गानों की वजह से लोगो का साथ खेसारी लाल के साथ तो पहले से ही था इसलिए उनकी पहली फिल्म साजन चले ससुराल भी बिहार और मुंबई मर सुपरहिट हुई | समय के साथ खेसारी लाल ने अपनी एक्टिंग में निखार आया और आज वो भोजपुरी के सबसे महंगे अभिनेता हैं |